Sunday, June 04, 2023

इमरान साहब, बगावत बोल ही दो

किसी भी मुल्क में, चाहे वो पाकिस्तान हो या फिर भारत हो या और कोइ मुल्क, या बांग्लादेश हो, शासन तो आम जनता को करनी होती है। पाकिस्तान में लेकिन मिलिट्री शासन चलता आ रहा है। चुनाव हो के कोइ सत्ता में पहुँच भी जाए तो सबको मालुम रहता है पावर किधर है। तो वो मिलिट्री शासन है। 

एक बड़े पद पर आसीन किसी मिलिट्री मैन की रिटायरमेंट हुइ। बेटी रहती थी इंग्लैंड में। बुला लिया। पापा, अब तो आप रिटायर हो गए अब तो इधर ही आ जाओ। पापा कैयन बार बेटी से मिलने बेलायत पहुँचे थे। ना बोल दिया। इतना अच्छा फैसिलिटी मिलता है आर्मी से रिटायरमेंट में वो सब छोड़ के मैं भला बेलायत को क्युँ चला? 

तो ये पैसे की बात है। पाकिस्तानी आर्मी ढेर सारे सेक्टर पर मोनोपोली जमा के बैठे हुवे हैं। जैसे साँप मणि पर बैठ गया हो। आर्मी के बाद जो थोड़ा बहुत जगह बचा हो वो बड़े बड़े फॅमिली अड्डा जमा के बैठे हैं। आर्मी, और बड़े बड़े फॅमिली टैक्स देना शुरू कर दे पाकिस्तान को भिख माँगने आईएमएफ न जाना पड़े। 

मरता है आम इन्सान। आर्मी तो मजे कर रही होती है। 

गुलामी है ये। लोगों को बगावत करनी होगी। कुछ अब बचा नहीं है। इलेक्शन कराने लायक कोइ सरकार बरक़रार नहीं है। कोइ लेजिटिमेसी नहीं रह गया है। इमरान को एक अंतरिम सरकार की माँग कर देनी चाहिए। 

इमरान के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार बने और वो एक संविधान सभा का चुनाव कराबे। बन्द करो मिलिट्री को बैरक में। 





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